उलुहिय्यत येसू मसीह की तौज़ीह अज़ किताब मुक़द्दस
यूहन्ना 3:16 वो ख़ुदा का इकलौता बेटा है। यूहन्ना 15:18 उस के दुश्मनों ने उस पर ये तोहमत लगाई कि अपने तईं ख़ुदा के बराबर ठहराता है और मसीह ने इस का इन्कार नहीं किया। यूहन्ना 6:40 मसीह ने दावा किया कि वो आख़िरी दिन मुर्दों को जिलाए। और जो उस पर ईमान लाए हमेशा की ज़िंदगी पाएगा। यूहन्ना 5:23
The explaination of the Divinity of the Jesus Christ by the Holy Scripture
उलुहिय्यत येसू मसीह की तौज़ीह अज़ किताब मुक़द्दस
By
Malik Roshan Khan
मलिक रोशन ख़ान
Published in Nur-i-Afshan Oct 26, 1894
नूर-अफ़्शाँ मत्बूआ 26 अक्तूबर 1894 ई॰
1. पैदाइश 18:2, 17, 28:13, 32:9, 31, ख़ुरूज 3:14, 13:21, 20:1, 2, 25:21 इस्तिस्ना 4:33, 36, 39, नहमियाह 9:7 ता 28 ये शख़्स यहोवा कहलाता है जो (ख़ुदा का इस्म-ए-ज़ात है) और साथ ही इस के उस को फ़रिश्ता या भेजा हुआ भी कहा है। पैदाइश 11, 13, 48, 15, 16, होसेअ 12:2, 5 इलावा बरीं ख़ुरूज 3:14, 15 बमुक़ाबला आमाल 7:30, 35 व ख़ुरूज 13:21 बमुक़ाबला ख़ुरूज 14:19 व नीज़ ख़ुरूज 20:1, 2 बमुक़ाबला आमाल 17:38 व यसअयाह 63:7, 9
2. लेकिन ख़ुदा बाप को किसी बशर ने हरगिज़ नहीं देखा। यूहन्ना 1:18, 6:46 और ना वो फ़रिश्ता या किसी दूसरे का भेजा हुआ हो सकता है। पर ख़ुदा का बेटा देखा गया। 1 यूहन्ना 1:2, 5:36
3. ये यहोवा जो पुराने अहदनामे में फ़रिश्ता या भेजा हुआ कहलाया है। नबियों की मार्फ़त इस्राईल का मुनज्जी और नए अहदनामे का बानी भी कहलाता है। ज़करयाह 2_10, 11 में आया है, कि एक यहोवा ने दूसरे यहोवा को भेजा है। फिर मीकाह 5:2 मलाकी 3:1 में मज़्कूर है कि “ख़ुदावन्द अहद का रसूल अपनी हैकल में आएगा।” ये मसीह से निस्बत किया गया है। (मर्क़ुस 1:2) पहर ज़बू र 97:7 बमुक़ाबला इब्रानियों 1:6 व यसअयाह 6:1 ता बमुक़ाबला, यूहन्ना 12:41
4. नए अहदनामे के अक्सर इशारे जो पुराने अहदनामे की तरफ़ किए गए इस हक़ीक़त पर सरीह दलालत (वाज़ेह सबूत) करती हैं। ज़बूर 78:15, 16, 35 बमुक़ाबला 1 कुरिन्थियों 10:9
5. कलीसिया तो दोनों अहद नामों में एक ही है। और इब्तिदा से येसू मसीह कलीसिया का नजातदिहंदा है और सर यानी सरदार भी। इस वास्ते ये अम्र नजात के सिलसिले में इन तीन उक़नूम इलाही (मुक़द्दस तस्लीस) के अफ़राद के ओहदों की निस्बत कलाम-ए-पाक में हम पर आश्कारा (ज़ाहिर) किया गया है। हमारे इस ख़याल से जो यहां पेश किया गया है निहायत ही मुताबिक़ हो जाता है। यूहन्ना 8:56, 58, मत्ती 23:37, 1 पतरस 1:10, 11
उस्क़ुफ़ फ़ोर्स साहब फ़र्माते हैं कि येसू मसीह की उलूहियत की दलीलें जो बाइबल में पाई जाती हैं कई एक साफ़ साफ़ और कई एक इशारे मज़्कूर हैं और वो ये हैं :-
अलिफ़ : वो दलीलें जो साफ़ साफ़ पाई जाती हैं।
यूहन्ना 1:1 कलाम ख़ुदा था। वो इब्तिदा में था। ख़ुदा के साथ था। [1]यूहन्ना 1:18 में इकलौता बेटा नहीं बल्कि इकलौता ख़ुदा (बमूजब मतन इन्जील यूनानी)[2]
यूहन्ना 3:16 वो ख़ुदा का इकलौता बेटा है। यूहन्ना 15:18 उस के दुश्मनों ने उस पर ये तोहमत लगाई कि अपने तईं ख़ुदा के बराबर ठहराता है और मसीह ने इस का इन्कार नहीं किया। यूहन्ना 6:40 मसीह ने दावा किया कि वो आख़िरी दिन मुर्दों को जिलाए। और जो उस पर ईमान लाए हमेशा की ज़िंदगी पाएगा। यूहन्ना 5:23 उसने फ़रमाया कि बाप की मर्ज़ी है कि सब बेटे की इज़्ज़त करें जिस तरह बाप की करते हैं। यूहन्ना 10:30 मैं और बाप एक हैं। यूहन्ना 17:5 दुनिया की पैदाइश से पेश्तर ख़ुदा बाप के साथ जलाल रखता था। यूहन्ना 14:6 कि उसने फ़रमाया, कि राह हक़, ज़िंदगी मैं हूँ। यूहन्ना 20:31 बल्कि इस इन्जील का मक़्सद यही है कि इस के पढ़ने वाले ईमान लाएं कि वो ख़ुदा का बेटा है। ये बात नविश्तों के और मुक़ामों से भी ज़ाहिर होती है। मसलन बाक़ी तीन इंजीलों से ज़ाहिर होता है कि जब उसने इब्ने-अल्लाह (अल्लाह का बेटा) होने का दावा किया तो यहूदीयों ने उस पर कुफ़्र का इल्ज़ाम लगाया। मत्ती 26:63, 64, मर्क़ुस 14:61-62, लूक़ा 22:70-71, रोमीयों 9:5 मसीह सब का ख़ुदा हमेशा मुबारक है। 1 यूहन्ना 5:20, यूहन्ना 20:28, व तितुस 2:13 इब्रानियों 1:8 व 1तीमुथियुस 3:16, आमाल 20:28 मसीह की उलूहियत पाक नविश्तों के मज़्मून से साबित है क्योंकि उनमें ये ताअलीम बराबर पाई जाती है कि एक ही ख़ुदा है उसी पर अपना भरोसा रखो वही नजातदिहंदा है और नए अहदनामे में बकस्रत ये ताअलीम मौजूद है कि येसू मसीह पर ईमान लाओ यही नजातदिहंदा है। अगर मसीह ख़ुदा ना होता तो ऐसी ताअलीम उस की निस्बत हरगिज़ ना दी जाती।
ब, येसू मसीह की उलूहियत की दलीलें जो बाइबल में इशारतन पाई जाती हैं दलाईल बाला से क़वी (मज़्बूत-तर) हैं मसलन गिनती 21:5, 6 को, 1 कुरंथियों 10:9 से मुक़ाबला करो कि उन्होंने जिस यहोवा का इम्तिहान किया वो मसीह है। और मलाकी 3:1 को मत्ती 11:10 से मुक़ाबला करो। और यसअयाह 8:13, 14, 15 को लूक़ा 2:34 व रोमीयों 9:23 से मुक़ाबला करो कि वो चट्टान और पत्थर मसीह है। और यसअयाह 6:1 को यूहन्ना 12:38 ता 41 से मुक़ाबला करो। ज़बूर 97, 7, 2:1 25:26 को इब्रानियों 6:10 के साथ मुक़ाबला करो।
ख़ुदा से ख़ुदा। यूहन्ना 1:1, 20:28, आमाल 20:28 रोमीयों 9, 5, 2 थिस्सलुनीकियों 1:12, 1 तीमुथियुस 3:16, तितुस 2:3 इब्रानियों 8, 1 यूहन्ना 5:20, जो इलाही सिफ़तें हैं। वो भी मसीह की तरफ़ मन्सूब की गई हैं मसलन मसीह का अज़ली व अबदी होना। यूहन्ना 1:1, 1, 2, 8:8, 17:5, मुकाशफ़ात 1:8, 17, 18, 22:13 मसीह ला तब्दील है। इब्रानियों 11, 12, 13:8 मसीह हाज़िर व नाज़िर है। यूहन्ना 3:13 इब्ने आदम आस्मान पर है यानी अज़रूए उलूहियत आस्मान पर था। मत्ती 18:20, 28:20 मसीह हमा दान है। मत्ती 11, 27, यूहन्ना 2:23 ता 25, 21:17 मुकाशिफ़ा 2:23
मसीह क़ादिर-ए-मुतलक़ यूहन्ना 5:17, इब्रानियों 1:3, मुकाशिफा 1:18, 11:17 अफ़आल इलाही भी मसीह की तरफ़ मन्सूब हैं मसलन मसीह ख़ालिक़ है। यूहन्ना 1:3, 10, कुलिस्सियों 1:16, 17 मसीह पर परवरदिगार और संभालने वाला है। इब्रानियों 1:3 कुलुस्सियों 1:17, मत्ती 28:18
मसीह अदालत करने वाला है। 2 कुरंथियों 10, मत्ती 25:31, 32, यूहन्ना 5:22 मसीह हमेशा की ज़िंदगी का देने वाला। यूहन्ना 10:28
मसीह माबूद बरहक़ है। मसलन मत्ती 28:19, यूहन्ना 5:22, 23, 14:1, 1:3 आमाल 7:59, 60, 1 कुरंथियों 1:2, 2 कुरंथियों 13:14, फिलिप्पियों 2:9, 10, इब्रानियों 1:6, मुकाशफ़ा 1:5, 6, 5:11, 12, 7:10 एक और बुज़ुर्ग ने इब्रानियों 1:3 की ये तफ़्सीर की, कि रोशनी आग में भी है और आग भी है और आग रोशनी का सबब है और रोशनी आग से जुदा नहीं हो सकती है और ना आग अपनी रोशनी से जुदा हो सकती है। क्योंकि जैसी आग है वैसी ही उस की रोशनी है। पस अगर हम अपने हवास से पहचान सकते हैं कि एक चीज़ दूसरी चीज़ से भी हो और उस चीज़ में भी हो, तो क्योंकर ना मानें। जैसा कि रसूल फ़रमाता है कि ख़ुदा का लोगास यानी ख़ुदा का इकलौता बेटा मुतवल्लिद (पैदा भी हुआ) और हमेशा से उस शख़्स के साथ रहता है कि जिससे वो मुतवल्लिद हुआ। जैसा जलाल वैसी उस की रौनक जलाल अज़ली है इसलिए वो रौनक भी अज़ली होगी। और जैसी रोशनी और आग की एक ही माहीयत (हक़ीक़त, अस्ल) है वैसी ही बाप और बेटे की एक ही माहीयत (असलियत) है। और फिर उसी आयत में ये लिखा है कि वो यानी मसीह ख़ुदा की माहीयत (हक़ीक़त, अस्ल) का नक़्श है। ये 2 कुरंथियों 4:4 के मुताबिक़ है कि मसीह ख़ुदा की सूरत है। और कुलुस्सियों 1:15 और अन-देखे ख़ुदा की सूरत है और ये हमारे ख़ुदावंद के इस क़ौल के मुताबिक़ है कि “जिसने मुझे देखा उसने बाप को देखा।” जब हम मसीह को ख़ुदा का कलाम कहते हैं तो हम ये ज़ाहिर करना चाहते हैं कि वो अज़ल से बाप के साथ था और जब हम उसे ख़ुदा का बेटा कहते हैं तो हमारा मतलब ये होता है कि वो एक इकुनुम है। यूहन्ना 14, 10
जिस रसूल ने फ़रमाया कि ख़ुदा नूर है। (यूहन्ना 1:5) उसी ने ये भी फ़रमाया है कि बेटा हक़ीक़ी नूर है। (यूहन्ना 1:9) यानी जैसा नूर आफ़्ताब के साथ जैसे गर्मी आग के साथ जैसे नदी चशमे के साथ जैसे ख़याल अक़्ल के साथ एक है। वैसे ही मसीह की उलूहियत ख़ुदा बाप के साथ एक है। एक बुज़ुर्ग फ़र्माते हैं कि जब मैं ये कहता हूँ कि बेटा और है और बाप और है। तो मेरा मतलब ये नहीं है कि दो ख़ुदा हैं। मगर ये कि जैसे नूर से नूर, चशमा से पानी, सूरज से किरण वैसा ही ख़ुदा से ख़ुदा है।
सिकंदरीया के करलास साहब फ़र्माते हैं, कि हमें हरगिज़ ये ना समझना चाहिए कि लोगास (कलाम) या अक़्ल ख़ादिम था और दूसरे की मर्ज़ी के ताबे हो कर काम करता था। वर्ना वो ख़ालिक़ ना होता। अन्ताकिया केथीव फ़लस साहब फ़र्माते हैं कि बेटा आपसे कुछ नहीं कर सकता, इसलिए कि उस में ऐसी कोई चीज़ नहीं है जो बाप से अलग और बाप से मुख़्तलिफ़ हो। मगर सब बातों में अपने बाप की मानिंद है। और जैसे उस की वही हस्ती और माहीयत (अस्ल) है जो बाप की है। वैसी उस की वही क़ुव्वत भी है जो बाप की भी है और इस वास्ते वो वही काम करता है जो बाप भी करता है। और कोई नहीं कर सकता क्योंकि उस में और कोई क़ुव्वत बाप से बढ़कर नहीं है, कि उनकी माहीयत (असलियत) और ताक़त व काम एक ही हैं।
क़ौल हज़रत आशिक़ उल्लाह साहब पिशावरी, फ़र्द शक्ल इन्सान में ख़ुदा था मुझे मालूम ना था।
[1] ये दलील उस्क़ुफ़ साहब ममदूह ने पेश नहीं फ़रमाई। बंदा मुबारिज़।
[2] दर-मतन क़दीम तरीन नुस्ख़ा हाय यूनानी लफ़्ज़ याह बमअने ख़ुदा-याफ्ता शुद